Sanskrit

Sanskrit: Uncover the Richness of an Ancient Tongue. Immerse yourself in our ‘Sanskrit Language’ category, where the essence of an ancient heritage comes alive. Explore grammar intricacies, delve into timeless literature, and unravel the spiritual depth of Sanskrit texts. Whether you’re a language enthusiast or a seeker of profound wisdom, our resources offer a transformative journey into the world of Sanskrit. From decoding ancient scriptures to understanding linguistic nuances, empower yourself with a language that echoes through time, bridging cultures and illuminating the path to higher knowledge. Join us in celebrating the language that encapsulates centuries of wisdom and reverence.

अभ्यास 2 – लट्, मध्यमपुरुष (रचनानुवादकौमुदी)

अभ्यास 2 – लट्, मध्यमपुरुष १. उदाहरण-वाक्य :- १. तू कहता है त्वं वदसि। २. तुम दोनों कहते हो युवां वदथः।  ३. तुम लोग कहते हो यूयं वदथ। ४. त्वम् ईश्वरं नमसि। तुम ईश्वर को नमस्कार करते हो। ५. युवां भोजनं पचथ:। तुम दोनों भोजन पकाते है। ६. यूयं पुस्तकानि पठथ। तुम लोग सब पुस्तकें […]

अभ्यास 2 – लट्, मध्यमपुरुष (रचनानुवादकौमुदी) Read More »

अभ्यास 1 – वर्तमानकाल, प्रथमपुरुष (रचनानुवादकौमुदी)

अभ्यास 1 – वर्तमानकाल, प्रथमपुरुष (रचनानुवादकौमुदी) १. उदाहरण-वाक्य:- १. वह पढ़ता है-स: पठति। २. वे दो पढते हैं (पढ़ रहे हैं) –तौ पठत:। ३. वे सब पढ़ते हैं-ते पठन्ति। ४. आप यहाँ आते हैं-भवान् अत्र आगच्छति (अत्रागच्छति)। ५. आप दोनों हँसते हैं-भवन्तौ हसत:। ६. आप सब जाते हैं-भवन्तः गच्छन्ति। ७. आप लिखती हैं-भवती लिखति। ८.

अभ्यास 1 – वर्तमानकाल, प्रथमपुरुष (रचनानुवादकौमुदी) Read More »

error

Enjoy this blog? Please spread the word :)

error: Content is protected !!